Associated thinking- ऐसे लोग हमेशा विचार से ग्रसित रहते है…

जो लोग
ने कभी ध्यान नहीं किया…जो निंद्रा में जीते है, वैसे लोग…

ऐसे लोग हमेशा या तो अतीत में होते हैं या भविष्य  के सपने में होते हैं  लेकिन वर्तमान में कभी  नहीं होते हैं.

ऐसे लोग हमेशा विचार से ग्रसित रहते है…( Associated thinking ) से जीवन जीते हैं या हमेशा दिन में सपने देखने वाले (Day-dreamer ) होते हैं.

ऐसे लोग दूसरों के ध्यानाकर्षण ( Attentions) के बिना जीवन नहीं जी सकते हैं. अगर उन्हें  दूसरों का ध्यान नहीं मिलता है, तो वे घुटन सि महसूस करते हैं. उन्हें हमेशा दूसरों की  हाजरी की जरूरत होती है  . वे दूसरों के बिना जी नहीं सकते , अकेला रहेना उनकी बस की बात नहीं है .

वे हमेशा किसी काल्पनिक भय (Immaginary Fear) में जीते हैं.

ऐसे लोग हमेशा कुछ और बनने की कोशिश में रहते है.. जो कुछ वे हैं, उसमें वे खुश नहीं हैं.

वे सबके साथ, आदमी हो या वस्तु हो उनके प्रभाव में जीते है…. और फिर उनके बिना जीना उनके लिए कठिन हो जाता है. करीब करीब सब  लोग दूसरे के प्रभाव में ही अपनी जिन्दगी पूरी कर देते है .

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